समुन्दर का शिकारी : सम्राट मार्टिन की सल्तनत(भाग - 12)
उसके इतना बोलते ही वहा मौज़ूद सभी लोग अपनी -अपनी बन्दूक लेकर जहाज के उस ओर गए और नीचे देखने लगे...
"रिया मैडम.. ये तो शायद कप्तान नायर है और उनके साथ दो और नमूने भी है "एक जहाजी नीचे देखकर जोर से चिल्लाया और नायर को देख खुश भी हो गया
दो नमूनो वाली बात नीचे नायर के कानो तक भी गई, जिसे सुन वो आदित्य पर हस दिया पर आदित्य को ये बात खटक गई.. वो वही से चिल्लाया
"साले, नमूना होगा तेरा बाप.. मै कैप्टन आदित्य हूँ.."
"इस नमूने की बात का बुरा मत मानना, मेरे जहाजी मित्र.. हमें ऊपर लाने का इंतजाम करो.."
नायर, का नाम सुन पुरे जहाज के लोग ख़ुशी से शिप से नीचे देखने लगे.. रॉन, रिया और सेठ भी... वो तीनो किनारे से नीचे एक छोटी सी नाव मे सवार नायर को देख रहे थे. नायर को जिन्दा देख रॉन तुरंत वहा से पीछे हट गया...
" ये कहा से आ गया अब ये सबको बता देगा की मैने ही इसे जहाज से गिराया था.. ऊपर से ये ड्रैगन्स.मेरी परेशानी तो ख़त्म होने का नाम ही नही ले रही... अब क्या करू...??"
"अच्छा हुआ बेलाडोना कि स्पीड ज्यादा नहीं थी.. वरना हम इसे पकड़ नहीं पाते.."नायर गर्व से अपना सीना फुलाते हुए बोला
रिया ख़ुशी से उस नाव मे सवार तीनो लोगो को देख रही थी, पर जब उसकी नजर आदित्य पर पड़ी तो उसे यकीन नही हुआ.. कन्फर्म करने के लिए उसने आदित्य की तरफ उंगली करके जोर से चिल्लायी...
"तुम कैप्टन आदि हो ना..."
पर समुन्दर के तेज लहरों मे रिया की आवाज़ ने दम तोड़ दिया... आदित्य को ये तो समझ आया की रिया उससे कुछ कह रही पर क्या...? ये उसे समझ नही आया. उसे यही लगा की कोई लड़की उसकी तरफ इशारा कर रही है..वो रिया को पहचान तक नहीं पाया
"तुम मेरी फैन हो क्या, जानेमन... जो मुझे ऐसे गंदे गंदे इशारे कर रही हो...? रुको, अभी ऊपर आकर तुम्हारी लेता हूँ.. बहुत दिन हो गये किसी कि लिए हुए ."आदित्य नीचे से चिल्लाया और उसकी आवाज़ रिया को सुनाई दे गई...
रिया को क्या.. वहा मौज़ूद सभी लोगो को.. रिया के डर से सब खुल कर हसे तो नही पर अंदर ही अंदर ड्रैगन्स के खौफ के बावजूद मुस्कुरा जरूर दिए...
रिया ने आदित्य की इस हरकत को नजरअंदाज किया और एक बार फिर चिल्लायी...
"तुम कैप्टन आदित्य हो ना.. तुम ज़िंदा हो, ये देखकर बहुत ख़ुशी हुई... सेठ, जहाज को रुकवाओ और इन्हे ऊपर लाने का इंतजाम करो ."
"ना.. ना.. ऐसी गलती मत करना.. जहाज को और तेज गति से आगे बढ़ाओ... ये तीनो यहाँ नहीं है.. ये तो समुद्र का धोखा है.. समुद्र मरिचिका बोलते है इसको.. जिसमे मारे हुए लोग अकसर दिखाई देने लगते है...." रॉन बोला
"तेरी तो... तू सुन... मै अब तेरी कोई बात नही मानने वाली और अब मेरे दोनों कप्तान आ गए है.. ऊपर से एक जहाज मे पहले से भी है. अब जिस जहाज पर तीन काबिल कैप्टन हो.. उसका कोई क्या बिगड़ सकता है. तुम कैप्टन आदित्य को नही जानते... He is the best... मुझे मालूम होता की कैप्टन आदि मिल जायेगा तो तुझे कब का ज़िंदा फेकवा चुकी होती.. इसलिए अपना मुँह बंद रख.. चूतिये..रॉन... अब तेरे हर कुकर्मो का मै हिसाब करुँगी.. बस तू तैयार रह.."
" और दुनिया मुझे मतलबी कहती है...."मुस्कुराते हुए रॉन बोला "वैसे, जिस जहाज मे तीन कप्तान हो.. वो जहाज तीन दिशा मे जाएगी.. मेरा मतलब ये बेलाडोना अब अपनी आखिरी साँसे गिन रहा है "
बहुत कड़ी मशक्कत के बाद बेलाडोना को रोक कर उन तीनो को जहाज के ऊपर लाया गया
"मेरी नौका भी ऊपर खींच लो.. यदि बच गए तो मेरे वापस जाने के काम आएगी "राज ने उन लोगो से कहा.. जो लोग उन तीनो को ऊपर लाने के काम मे लगे हुए थे
"वेलकम बैक.. कैप्टन आदि एंड कैप्टन नायर.. कुछ चाहिए तुम दोनों को...?"
आदित्य कुछ बोलता उसके पहले ही नायर बोल पड़ा..
"मैम, मै बेलाडोना का कैप्टन हूँ... मुझे इन समुद्री दानवो के हमले से इस जहाज को बचाना है.."
आदित्य का मन आराम करने का था पर नायर की बात सुन.. उसके कदम वापस पीछे हो गए की जब ये नायर नही थका तो मै क्यों... मै क्या इससे किसी मामले मे कम हूँ..? नहीं.. बिल्कुल नहीं..... और ऊपर से आदित्य को अपनी गलती का अहसास हो चुका था जो उसने कुछ देर पहले रिया को बोला था...
"मैम, भले ही मेरा जहाज डूब गया हो.. लेकिन मै अब भी एक कैप्टन हु.. इन ड्रैगन्स से लड़ने मे मै जो कर सकता हु करूँगा..."
"बहुत अच्छे.. वैसे कैप्टन आदि, तुम्हारे साथ हुआ क्या था..? तुम्हारा संपर्क हमसे एकदम अचानक से टूट गया था "
"मैम, उस डेविल्स ट्रायगल की सीमा मे बस प्रवेश करने ही वाले थे, कि इन विशाल समुद्री दानवो ने हमपर हमला कर दिया. उन्होंने पुरे जहाज को डुबो दिया..बहुत अद्भुत ताकत है इनके पास.."बोलते हुई आदित्य ने फिर राज की तरफ इशारा किया "इस शख्स ने मेरी जान बचायी और मुझे यहाँ तक पहुंचाया... ये समुन्दर के बारे मे बहुत कुछ जानता है और इन ड्रैगन्स के बारे मे भी.."
रिया ने राज को ऊपर से नीचे तक देखा.. एक लम्बे कद का, चौड़ी मजबूत शख्शियत..
"बंदा काम का लगता है, सेठ.. इसको काम समझा दो... अब मुझे अंदर चलना चाहिए.. ड्रैगन्स पास आ गए है.."
रिया वहा से जहाज के अंदर जाने लगी की तभी नायर ने रिया को रोक लिया
"मैम, वो जंगली रॉन कहा है "
"क्यों.. तुम उसके बारे मे क्यों पूछा रहे हो..? इधर ही होगा कही "
"उसे मै जिन्दा नही छोडूंगा, उसी की वजह से मै समुन्दर मे गिरा था.. या फिर कहु की उस नामूराद जंगली ने ही मुझे बेलाडोना से नीचे गिराया था..."
"क्याआ...?? कह.. रहे... हो..."रिया और सेठ भौचक्के रह गये...ये सुनकर...
उधर रॉन तो नायर को जहाज के नीचे नाव मे देखकर ही जहाज के अंदर जाकर छिप गया था... रिया को यकीन नही हो रहा था की, नायर को रॉन ने समुन्दर मे फेका था.
"क्या कहा तुमने...? रॉन ने तुम्हे समुन्दर मे गिराया था.. उस बहुदे देहाती को सर फोड़ डालूंगा मै अपने ग्रेनेड लॉन्चर से.."नायर के समुन्दर मे गिरने कि दास्तान सुन सेठ एकदम से बौखला उठा और चारो तरफ डेक मे रॉन को ढूंढ़ने लगा
"हाँ, सेठ ... ये सब उसी का किया धरा है.."
इतने मे रॉन अपनी बड़ी सी बन्दूक लिए जहाज के अंदर से बाहर आया और नायर से नज़र मिलते ही ख़ुशी से उसके गले लगते हुई बोला...
"अरे... कप्तान नायर... कहा चले गए थे आप... बहुत ख़ुशी हुई आपको देख कर... हम सबने आपको बहुत मिस किया.. उम्मीद है तुमने भी मुझे बहुत मिस किया होगा.."
"मेरी बन्दूक देना तो.. अभी साले की खोपड़ी उडाता हूँ...बहुत बक बक करता है.."
"मै क्या बोल रहा हूँ, की... नहीं..? एक मिनट मेरी बात तो सुन लो कप्तान... मै क्या बोलता हूँ कि मुझपर गोली चलाने के बजाय यदि..."अपनी बन्दूक के नली की दिशा पीछे की तरफ करते हुए रॉन बोला " इन ड्रैगन्स पर चलाओ तो ज्यादा मजा आएगा.. "
बोलते हुए रॉन ने अपनी बन्दूक के दोनों ट्रिगर एकसाथ दबा दिया और एक भयंकर आग की ज्वाला पीछे समुन्दर के नीचे से निकल कर बेलाडोना कि तरफ बढ़ते हुए एक ड्रैगन को जलाने लगी... रॉन पीछे मुड़कर उस ड्रैगन को जलते हुए देखने लगा...
"चूजे... तुझे क्या लगा था..? रॉन को पता ही नही चलेगा... बधाई हो.. मेरे प्रिय जहाजियो और मेरी प्रियतमा रिया .. आज पानी के अंदर रहने वाले ड्रैगन भी हमला करेंगे... ये आग तो नही उगलते पर ज़िंदा कच्चा जरूर चबा जायेंगे.. इसलिए नीचे गिरने से बच्चे.... वैसे ये ज्यादा बच्चे है अब.. एक्का -दुक्का ही है..... "
वही जिस ड्रैगन को रॉन ने जलाया था वो ड्रैगन बहुत जलते हुए बहुत जोर से आवाज़ किया , जिससे सबके हाथ, उनके कानो को ढकने के लिए मजबूर हो गए और वो जलता हुआ ड्रैगन ऐसी ही आवाज़ करते हुए कुछ देर बाद समुन्दर मे गिर गया
"देखा.. तुम लोगो ने..? क्या मारा साले को... मुझे समुन्दर का शिकारी यूँ ही नही कहते... वैसे बड़े वाले, आग उगलने वाले अभी भी दूर है शायद... और तुम सब मुझे क्या देख रहे हो. मेरा खूबसूरत चेहरा देखने की बजाय यदि इन ड्रैगन्स का बदसूरत चेहरा देखोगे तो शायद ज़िंदा बच जाओ... काम पर लग जाओ.. मौत की घड़ी नजदीक है और मुझे ही अपना कप्तान मानो.. इन नमूनों को नहीं "
सभी अपनी अपनी बन्दूके लेकर अपनी जगह पर तैनात हो गए.. पर राज के लिए ये सब कुछ बिलकुल नया था. ये विशाल जहाज भी और जलते हुए एक ड्रैगन को देखना भी.. उसके ऊपर रॉन और उसका वो अदभुत बन्दूक.... सामने विशाल घना कोहरा छाने लगा और समुन्दर का लहरे एकाएक ऊपर उठने लगा. ड्रैगन्स अचानक उस घने कोहरे मे मानो गायब से हो चुके थे... पर सबको पता था की वो गायब नही हुए बल्कि उसी घने कोहरे मे छिपे हुए उन्ही की तरफ बढ़ रहे है... उस घने कोहरे के पीछे से बीच -बीच मे उनके हुंकार भरने की आवाज़ आ रही थी.. पर राज की नज़र, रॉन पर ही टिकी हुई थी और उसके उस बन्दूक पर...
"ये शख्स कौन है और ये इतना माहिर कैसे है की.. बिना देखे पानी के अंदर मौज़ूद ड्रैगन को जान गया.." राज ने धीरे से नायर से पूछा..
"क्या खाक माहिर है... धोखे से मुझे बेलाडोना के नीचे गिराया था. कमीना कही का. इन ड्रैगन्स से निपट लू, फिर इस समुन्दर के शिकारी का भी काम तमाम कर दूंगा.."
"समुन्दर का शिकारी... और ये..."राज हसने लगा...
"तु मुझपर हंस क्यों रहा है.. मैने तो वही बोला जो वो खुद को बोलता रहता है.."
"फिर तो इस बहरूपिये से मिलना पड़ेगा.. जो मेरा नाम लेकर लोगो को बेवकूफ बना रहा है "
"अबे बन्दूक तो रख ले अपने पास एक... वरना कही ड्रैगन्स ने अचानक हमला कर दिया तो.."
ये सुन राज हँस दिया और बोला
"ड्रैगन्स से मुझे कौन बचाएगा.. इसकी बजाय, इसकी फ़िक्र करो की.. इन ड्रैगन्स को मुझसे कौन बचाएगा... मैने तुम्हे एक बात नहीं बताई अपने बारे मे..."
"कौन सी बात...?"
"मै पहले भी ड्रैगन्स को मार चुका हूँ..."
राज वही पास मे पडे एक लम्बे भाले को उठाकर रॉन की तरफ बढ़ा...
राज को अपनी तरफ आता देख, रॉन को कुछ अजीब लगा... उसने ऊपर से नीचे तक राज की देखा.. और उसे समझने की कोशिश करने लगा..
"कैसे हो, समुन्दर के शिकारी..."
राज के हाथ मे भाला देख और नायर से उसकी मित्रता है ये जानकार.. रॉन को लगा की शायद नायर चुपके से राज को उसके खिलाफ भड़का दिया है.. उसने तुरंत अपनी बन्दूक राज पर तान दी...
"तु कौन है बे, तुझे मैने कभी देखा नही... लगता है, इस जहाज के 3rd class का जहाजी है तु.. 3rd class का होकर एक VIP वाले से बात करता है.. चल दूर हट.."
"बन्दूक नीचे कर बहरूपिये.. वरना ये भाला सीधे तेरे पेट मे घुसा दूंगा "
"बहरूपिया...?"अपने चेहरे को छूते हुए रॉन बोला "आँख का इलाज करवा बे 3rd class... मेरे चेहरे पर कपटी मुखौटा नही है.."
"रॉन नाम है ना तेरा... जिसने धोखे से रात के अँधेरे मे नायर को समुन्दर मे गिराया था...? वैसे तो मेरा नाम राज है, पर लोग मुझे समुन्दर का शिकारी कहते है "
एक तरफ ड्रैगन्स जहाज के करीब आते जा रहे थे तो वही दूसरी तरफ राज और रॉन की बहस जारी थी...
"मुझसे तो बोल दिया .. किसी और से मत बोलना.. वरना मेरे fans जान से मार देंगे तुझे "रॉन मुस्कुराया
"जान से मरवाना तेरे बस का नही है, बहरूपिये "
"बहरूपिये..? अच्छा नाम है.... पर मुझे पसंद नही.. ये नाम तू.. खुद को दे दे "
"चल सामने से हट बहरूपिये... तुझे दिखाता हूँ की शिकार कैसे करते है "
रॉन सामने से हट गया. एक ड्रैगन अपने झुण्ड को तोड़.. बहुत तेजी से बेलाडोना की तरफ बढ़ रह रहा था.. राज थोड़ा पीछे हुआ और शिप पर जोर से दौड़कर तेजी से भाला उस ड्रैगन की तरफ फेका... ड्रैगन ने आग फेकने के लिए जैसे ही अपना मुँह खोला, राज द्वारा फेका गया भाला सीधे उसके मुँह को चीरते हुए उसके शरीर के आर -पार निकाल गया.. कुछ देर तो ड्रैगन ने कुछ नही किया वो ऐसे ही अपना जबड़ा खोले शान्ति से उड़ता रहा पर फिर अचानक से वो एकाएक नीचे समुन्दर कि सतह कि ओर गिरा और अंततः उसने समुन्दर मे जल समाधि ले ली.. भाला मजबडे मे घुसने के कारण वो आवाज़, वो हुंकार भर कर अपने साथी ड्रैगन्स को चेतावनी तक नही दे पाया... जहाज मे मौज़ूद सभी लोग आँख फाड़ फाड़ कर ये देखते रहे.. ऐसा उन्होंने अभी तक सिर्फ रॉन को करते हुए देखा था... राज का ये करतब एकदम आँख फाड़ने वाला था..
ड्रैगन के समुन्दर मे गिरते ही राज, रॉन की तरफ मुड़ा...
"अच्छा है... पर ऐसे तो वो अपना बदसूरत कैप्टन सेठ भी कर लेता है..."बुरा सा मुँह बनाकर रॉन बोला
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~युग पुरुष 🙏
Zaifi khan
30-Nov-2021 06:55 PM
Very nice
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Hayati ansari
29-Nov-2021 08:20 AM
واہ
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Farhat
27-Nov-2021 12:46 AM
Good
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